कक्षा – 5, हिंदी, पाठ – 6 – चिट्ठी का सफ़र ( Class-5th Chapter-6- ‘Chitthi Ka Safar’ Worksheet )
पाठ – चिट्ठी का सफ़र, कक्षा – 5 , CBSE एवं NCERT द्वारा अनुमोदित पाठ्य पुस्तक में रिमझिम का षष्ठम् पाठ है। प्रस्तुत है- पाठ पर आधारित Worksheet और कुछ Worksheet को हल करते समय स्मरण रखने वाली जानकारियां। जो आपके बच्चों को बेहतर व नए तरीके से पाठ को समझने में मदद करेंगी। वर्कशीट का प्रयोग करने से पहले इस लेख को ध्यान से पढ़ें। अधिक जानकारी के लिए नीचे दिए गए लिंक पर जाकर विषयवस्तु का अध्ययन कर सकते हैं।
पाठ का उद्देश्य (Objectives of Chitthi Ka Safar) –
चिट्ठी का सफ़र, पाठ के निम्न उद्देश्य हो सकते हैं –
चिट्ठी के सफ़र का इतिहास व उपयोगिता की जानकारी देना।
परिवेश की घटनाओं का अवलोकन व जानकारी एकत्र करना।
बच्चों में जिज्ञासु बने रहने का गुण विकसित करना।
अपनी संस्कृति व जीवन यापन की संभावनाओं को तलाशना।
बच्चों में सामाजिक व नैतिक गुणों का विकास करना।
बच्चों में गणना करना का गुण विकसित करना।
बच्चों में कल्पनाशीलता का विकास करना।
मुहावरे व लोकोक्तियों का प्रयोग कर भाषा को रोचक बनाना।
स्थानीय भाषाओं का प्रयोग कर भाषा का विकास करना।
तर्क करना, विश्लेषण करना, अनुमान लगाना की क्षमता का विकास करना।
शब्द भंडार को बढ़ानाआनंद और मनोरंजन का भाव विकसित करना।
पाठ का सारांश (Summery of Chitthi Ka Safar ) –
पाठ – चिट्ठी का सफ़र, सूचनापरक लेख चिट्ठी के शुरूआती समय से वर्तमान समय तक आये बदलावों पर आधारित है।
इस लेख में बताया गया है कि चिट्ठी को लिखते समय किस प्रकार सही पते व टिकट की आवश्यकता होती है। पता को लिखने का सही तरीका नाम के बाद छोटी भौगोलिक इकाई से शुरूआत करते हुए बड़ी भौगोलिक इकाई को लिखना चाहिए। उदाहरण के लिए पहले नाम फिर घर की संख्या, गाँव या कस्बे का नाम, तहसील, जिला और फिर राज्य का नाम आना चाहिए। उसके बाद 6 अंकों का पिनकोड। पिनकोड प्रत्येक शहर के डाकघर का अलग-अलग होता है। जो कि जगह को पहचाने में पत्रों को छाँटने में मदद करता है।पिनकोड की शुरूआत 15 अगस्त 1972 को डाक तार विभाग द्वारा हुई थी। जिसका पूरा नाम पोस्टल इंडेक्स नंबर है। पिन का प्रथम अंक राज्य के बारे में जानकारी देते हैं। जबकि अगले 2 नंबर राज्य के क्षेत्र के बारे में जानकारी देते हैं। और बाकी के तीन अंक उपक्षेत्रों के बारे में जानकारी देते हैं।
पत्र को सही पते तक पहुँचाने के लिए डाक विभाग द्वारा थोड़ा सा शुल्क लिया जाता है। जिसे वह टिकट के रूप में लेता है। टिकट संग्रह करना बहुत पुराने समय से अब तक का रोचक शौक रहा है। समय समय पर डाक विभाग द्वारा सूचनापरक डाक टिकट जारी किए जाते हैं।
बहुत पुराने समय में जब संचार और परिवहन के माध्यम कम थे तब संदेश को भेजने के लिए कबूतरों का प्रयोग भी किया जाता था। हरकारे घुड़सवार भी राजाओं की चिट्ठीयों का आदान-प्रदान करते थे। इनका काम बड़ा जोखिम भरा होता था। क्योंकि ये न सिर्फ लंबी दूरी तय करते थे, बल्कि इन्हें लुटेंरों व दुश्मनों से चिट्ठी को भी बचाना पड़ता था। आज भी दुर्गम इलाकों में ये काम करते हैं।
बदलते समय में चिट्ठीयों ने भी अपना स्वरूप बदला है। ये आज अधिक तेजी से जल, थल और वायुमार्ग से पहँचाए जा रहे हैं। और अब तो ये केवल आकस्मिक संदेश के अलावा ई मेल, मनीऑर्डर और बधाई निमंत्रण के लिए भी प्रयोग हो रहे हैं। चिट्ठी का सफ़र बहुत ही रोचक रहा है। यह कबूतरों की उड़ान से लेकर हवाई जहाज की यात्रा तक दिलचस्प बना है। कबूतरों की प्रजाति में सभी नहीं बल्कि कुछ प्रजातियाँ ही संदेश भेजने का कार्य करती है। जैंसे – हूमर।
उड़ीसा पुलिस के द्वारा तो आपातकाल के लिए आज भी कबूतरों को संदेश भेजने लिए तैयार किए जा रहे हैं। जो कि दूरस्थ में संदेश पहुँचाने में मदद कर रहे हैं।
वर्कशीट के बारे में ( About Worksheet of Chitthi Ka Safar ) –
कक्षा 5 का पाठ -6, चिट्ठी का सफ़र, वर्कशीट की शुरूआत पाठ के अध्ययन के पश्चात बच्चों को प्राप्त जानकारी के आधार पर क्रियाकलाप 1 में कुछ बहुविकल्पी प्रश्न दिए गए हैं। जिन पर सही विकल्प पर सही का निशान लगाना है।
उसके पश्चात क्रियाकलाप 2 में कुछ शब्द दिए गए हैं जिनकी मदद से वाक्य पूरे करने हैं।
क्रियाकलाप 3 में पुस्तक में दिए हुए कुछ चर्चा प्रश्नों को हल करने की जगह दी गई है। जहाँ पर कक्षा में या बातचीत द्वारा जो भी उत्तर बनता है। वह लिख सकते हैं।
क्रियाकलाप 4 में चिट्ठी का सफ़र में आए कुछ कठिन शब्दों के अर्थ लिखने हैं।
क्रियाकलाप 5 पाठ पर आधारित कुछ लघु उत्तरीय प्रश्न दिए गए हैं।
क्रियाकलाप 6 में पुस्तक रिमझिम की तरह ही कुछ वस्तुओं के मूल्य नजदीकी डाकघर से पता कर लिखने को कहा गया है। जिससे बच्चे खोजी प्रवृत्ति के बनें।
क्रियाकलाप 7 में पोस्ट ऑफ़िस में प्रयोग होने वाले कुछ वस्तुओं के चित्र बने हैं उन पर रंग भरना है।
क्रियाकलाप 8 में बच्चों के द्वारा अपने परिवेश या क्षेत्र की सामान्य जानकारी के बारे में पूछा गया है।
क्रियाकलाप 9 में बच्चों को डाक टिकट की जानकारी एकत्र करने व कुछ टिकटों को चिपकाने के लिए कहा गया है। टिकटों की जानकारी एकत्र करने में अभिभावक व शिक्षकों का सहयोग अपेक्षित है।
क्रियाकलाप 10 में एक नमूना पोस्टकार्ड दिया गया है। जिस पर बच्चे को अपना व प्रेषी का पता लिखना है। यह क्रियाकलाप पता लिखने की सही आदत को विकसित करने में मददगार साबित होगा। साथ ही संदेश की गोपनीयता पर भी विचार माँगा गया है।
क्रियाकलाप 11 में बच्चों को एक पत्र लिखने को कहा गया है। जिसमें वे अपने दोस्त या रिश्तेदार को अपने जन्मदिवस पर आमंत्रण देंगे। साथ ही अपेक्षा रहेगी कि बच्चे अपने विचारों के आदान-प्रदान को भी लिखकर अभिव्यक्त करने की क्षमता विकसित कर सकें।
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पाठ से संबंधित अन्य उपयोगी संसाधन –
नीचे कुछ लिंक दिए जा रहे हैं। जिनके द्वारा आप NCERT की पुस्तक और पाठ ‘चिट्ठी का सफ़र’ को डाउनलोड भी कर सकते हैं। जो आपको पाठ को और विस्तार से समझने में मदद करेंगे।
पुस्तक डाउनलोड के लिए और विषय को समझने के लिए क्लिक करें –
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