’अः’ की मात्रा के शब्द (Ah ki matra ke Shabd, vakya, Worksheet )-
मात्रा ज्ञान की श्रृंखला में प्रस्तुत है – ’अः’ की मात्रा। जिसमें आपको मिलेगा – ’अः’ की मात्रा के ढेर सारे शब्द, ’अः’ की मात्रा के वाक्य और ’अः’ की मात्रा की वर्कशीट। जिसे आप PDF में DOWNLOAD करके अपने बच्चों के साथ आसानी से प्रयोग कर सकते हो। वर्कशीट के बारे में व प्रयोग करने का तरीका इस लेख में विस्तार से दिया गया है।
’अः’ की मात्रा का प्रयोग बच्चों में उदाहरण देकर व स्पष्ट उच्चारण करवाकर किया जाना चाहिए। साथ ही इस बात का भी ध्यान रखना चाहिए कि वह मात्रा को लगाने में सक्षम हो सके। वह अपने दैनिक प्रयोग होने वाले शब्दों में ’अः’ की मात्रा को पहचान सके। साथ ही ’अः’ की मात्रा के शब्दों का प्रयोग भी कर सके। इन्हीं बातों को ध्यान में रखकर ’अः’ की मात्रा की वर्कशीट तैयार की गई है।
’अः’ की मात्रा के शब्द ( Ah ki Matra ke Shabd ) –
बच्चों के दैनिक जीवन में ’अः’ की मात्रा के प्रचुर शब्द प्रयोग होते रहते हैं। उन्हीं शब्दों को आधार बनाकर कुछ प्रचलित व सरल शब्द यहाँ पर दिए जा रहे हैं। इनमें से बहुत तुकांत शब्दों का प्रयोग वर्कशीट में भी किया गया है। जिससे बच्चा एक जैंसे ध्वनि वाले शब्दों का आसानी से उच्चारण करना सीख जाए।
'Ah' ’अः’ ki matra ke Shabd useful and child friendly
छः | एकः | गजः |
नमः | अजः | अतः |
तपः | जनः | वनः |
मनः | तनः | वकः |
जलः | मलः | हलः |
छात्रः | प्रातः | प्रायः |
रात्रीः | लक्ष्मीः | दुःख |
पुनः | धेनुः | शनैः |
फलतः | शंकरः | वानरः |
विजयः | मूलतः | स्वतः |
क्रमशः | कृषकः | कुक्करः |
निःशुल्क | निःशब्द | मुख्यतः |
अंतःकरण | अधःपतन | दुःखद |
दुःस्वप्न | दुःस्साहस | शुःभेच्छा |
निःस्वार्थ | निःसंदेह | निःसंतान |
अक्षरशः | मूलतः | अधःपतन |
’अः’ की मात्रा के वाक्य ( Ah ki Matra ke Vakya ) –
‘शब्द‘ बेशक अपने आप में अर्थ रखते हैं। लेकिन फिर भी उनका प्रयोग परिस्थिति जगह व समय के अनुसार हो सकता है। अतः आवश्यक है कि बच्चे को शब्दों के साथ वाक्यों का भी परिचय किया जाना चाहिए। यह छोटे बच्चों के लिखने के लिए भले ना हो किंतु उसकी भाषा व शब्दों पर पकड़ बनाने के लिए जरूरी है। जैंसे – यदि एक शब्द ’दुःख’ है। यह शब्द केवल एक भाव को इंगित करता है। लेकिन उसकी जगह पर यदि इस शब्द को वाक्य में प्रस्तुत किया गया। जैंसे – ‘आपका दोस्त बिमार है, यह सुनकर दुःख हुआ‘। तो इस भावार्थ से उसके मन में कई विचार उत्पन्न हो सकते हैं। और बोलचाल में कहाँ पर उस शब्द का प्रयोग किया जाता है, इस बारे में बच्चे का भाषाई विकास होगा।
प्रस्तुत हैं ’अः’ की मात्रा के बीस वाक्य –
यह स्थान प्रायः गरम रहता है।
अतः आप बैठ जाएं।
सभी महानुभावों को नमः।
वह पुनः प्रथम आया।
वह मूलतः भारत का निवासी है।
हमारे देश में निःशुल्क शिक्षा का अधिकार है।
अधिकतर कीट रात्रीः विचरण करते हैं।
सूरज शनैः-शनैः उग रहा है।
पुनः आगमन की प्रतिक्षा में नमः।
दान निःस्वार्थ भाव से करना चाहिए।
छल करने का दुःस्साहस कायर करते हैं।
हमारे देश की नदियाँ मुख्यतः हिमालय से निकलती हैं।
विजयः भवः।
पेड़ पर वानरः है।
वह कक्षा छः में पढ़ती है।
उसका नाम लक्ष्मीः है।
इन नियमों का अक्षरशः पालन करें।
रोजाना प्रातः उठना चाहिए।
दुःख और सुख जीवन के पहलू हैं।
’अः’ की मात्रा की कहानी ( Ah Ki Matra Ki Kahaani ) –
बच्चों को कहानी व कविताओं से विशेष लगाव होता है। क्योंकी यह एक घटनाचक्र का पूरा विवरण देते हैं, और उनकी कल्पनाओं को पंख देते हैं। अतः कोशिश की गई है कि एक ’अः’ की मात्रा की आधिक्य वाली कहानी भी बच्चों को सिखने में आनंद दे सके। जिससे बच्चे उसे सुनकर व पढ़कर ’अः’ की मात्रा का उच्चारण सही से कर पाए।
एक कृषकः था। वह प्रातः उठकर ईश्वर को नमः करता था। वह क्रमशः अपने दिन के कार्य पूरा करता था। रात्रीः में आराम करता था। उसके पास छः धेनुः थी। वह वनः जाकर उनको चराता था। फलतः धेनुः खूब दूध देती थी। वह प्रातः प्रायः दूध बेचता था। शनैः-शनैः वह एकः धेनुः और ले आया। वह एक गरीब परिवार को निःस्वार्थ व निःशुल्क दूध देता था। कृषकः बहुत दयालु था।
’अः’ की मात्रा की वर्कशीट के बारे में ( About Ah ki Matra ki Worksheet) –
’अः’ की मात्रा की वर्कशीट में निम्न बातों का समावेश किया गया है-
’अः’ की मात्रा के शब्दों का परिचय चित्रों के साथ
’अः’ की मात्रा के अन्य आसान व तुकांत शब्द
’अः’ की मात्रा को लगाने का अभ्यास
’अः’ की मात्रा पहचान कर अलग करना या छाँटना
दिए गए चित्रों के सही नाम पहचानना
चित्रों का सही नाम के साथ मिलान करना
चित्रों के नाम वर्ग पहेली में ढूँढना
’अः’ की मात्रा के शब्द बनाना
चित्रों को पूरा करना व रंग भरना
चित्र देखकर उनके नाम लिखना
तुकांत शब्दों का निर्माण करना
कहानी को सुनकर व पढ़कर प्रश्नों के उत्तर लिखना
शब्दों का वाक्य में प्रयोग करना
नए प्रश्नों को जोड़ने के लिए जगह दी गई है। जहाँ पर अध्यापक और अभिभावक अपनी सुविधा अनुसार अलग-अलग प्रश्न दे सकते हैं।
समस्त वर्कशीट में रंग भरने की प्रर्याप्त जगह दी गई है। जिस पर बच्चे अपने पसंद के रंग भर सकते हैं।
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वर्कशीट में परिवेश में उपलब्ध कुछ आसान शब्दों पर बार-बार प्रयोग किया गया है। जो कि मात्रा के प्रयोग व उच्चारण को अधिक अवसर प्रदान करेगा। केवल कुछ कहानी, वाक्य, व शब्दों का प्रयोग कर बच्चा मात्रा ज्ञान में निपुण हो जाएगा। व अपने परिवेश में प्रयोग होने वाले अन्य शब्दों में ’अः’ की मात्रा की पहचान कर पाएगा।
शिक्षकों व अभिभावकों से अपेक्षा है कि वह वर्कशीट को हल करने में अपना सार्थक समय बच्चों को दें। क्योंकी बच्चों की परिवेशीय जानकारी व उपलब्धता आपसे बेहतर कोई नहीं जानता। उनसे पर्याप्त बातचीत करें व उनके पूर्व अनुभव में नया जोड़ने की कोशिश किजिएगा।
वर्कशीट को रंग भरने के उदेश्य से बनाया गया है। लेकिन फिर भी अभिभावक व अध्यापक द्वारा एक स्वयं की आदर्श रंग की हुई वर्कशीट बच्चों को बेहतर रंग भरने में मददगार साबित होगी।
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