लिखना, अभिव्यक्ति का सबसे प्रमाणिक पहलू है। अतः लिखने की शुरुआत करवाने के लिए जरूरी है, कि पहले इसकी प्रक्रिया को समझा जाए। लिखने की शुरुआत करवाने के लिए कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए। वो इस प्रकार से हैं-
हथेलियों की मांसपेशियों का उचित विकास होना चाहिए। जिसके लिए विभिन्न क्रियाविधि का प्रयोग किया जा सकता है।
अक्षरों की बनावट शुरुआती दौर में बच्चे के लिए काफी मुश्किल होती है। जिसे सरल करने के लिए कुछ आधार रचनाएं होती हैं। जिनके घुमाव बच्चों को अभ्यास करवाने चाहिए। जिन्हें pattern Writing कहते हैं। पैटर्न लेखन से बच्चों को अक्षर की बनावट और घुमाव का आसानी से बोध हो जाता है।
Pattern Writing की PDF प्रस्तुत की जा रही है। जिसका उपयोग कर बच्चे को आसानी से English alphabet और हिन्दी वर्णमाला सिखा सकते हैं।