एक से नौ तक संख्याएँ -गिनती ( Numbers from One to Nine )
एक से नौ तक संख्याएँ -गिनती ( Numbers from One to Nine ) NCERT/CBSE की पुस्तक ‘गणित का जादू’ (Maths Magic) का दूसरा पाठ है। इस पाठ में बच्चों को संख्याओं का परिचय कराया गया है। यूँ तो बच्चे कक्षा एक में आने से पहले ही अपने परिवेश से संख्याओं की बहुत सारी जानकारी लेकर आते हैं, यह पूर्व ज्ञान पाठ को सरल और नए तरीके से समझाने में सहायक है। और संख्याओं के साथ खेलने में उन्हें मजबूत बनाता है। पाठ के अंत में शून्य का परिचय करवाया गया है।
• विद्यार्थी एक से नौ तक की संख्याओं को पहचान और लिख सकने में सक्षम होंगे।
• विद्यार्थी संख्याओं के अमूर्त रूप को वस्तुओं के मूर्त रूप से मिलान में सक्षम होगें।
• विद्यार्थी संख्याओं को गिनने और और उनका प्रयोग करने में सक्षम होगें।
• विद्यार्थी 1 से 9 तक संख्याओं के समूहीकरण, तुलना, छाँटने में सक्षम होगें।
• विद्यार्थी शून्य की समझ विकसित करने में सक्षम होगें।
पूर्वज्ञान (Pre knowledge)-
• विद्यार्थी संख्या पूर्व अवधारणाओं की समझ रखते हों।
• विद्यार्थी परिवेश की वस्तुओं के नाम व उनके बारे में सामान्य जानकारी रखते हों।
सारांश ( Summary)-
बच्चे अपने परिवेश से वस्तुओं की अधिकता व कमी को अपने अनुभवों से सीखते रहते हैं। वह आपस में बंटने वाली वस्तुओं की बराबरी के बारे में भी जानकारी रखते हैं। फिर भी इस पाठ का उद्देश्य उन्हें इस पूर्व ज्ञान को मजबूती प्रदान करना है। साथ ही पाठ में एक – एक की संगति, समूहीकरण, क्रमबद्ध गिनना, छाँटना, तुलना करना आदि गणितीय कौशलों का प्रयोग किया गया है। संख्याओं के पहचान अच्छी तरह से होने के बाद लेखन की तरफ जाना चाहिए। पाठ में संख्याओं के लेखन के लिए मूर्त चित्रों का प्रयोग किया गया है। जिससे बच्चे में संख्या की पहचान स्थिर हो सके।
वर्कशीट के बारे में ( About worksheet)-
वर्कशीट को तीन भागों में विभाजित किया गया है। जिसमें पहला भाग में एक – एक की संगति से बच्चे में संख्याओं की मूर्तता का परिचय होगा। उसके बाद संख्याओं की अधिकता व कमी की पहचान दी गयी है।इसके बाद 1 से 9 तक की बराबरी व समान मात्रा में मिलान करवाने की प्रयाप्त गतिविधियाँ दी गयी हैं।
तीसरे भाग में 1 से 9 तक की संख्याओं का समूहीकरण,रंग भरना, क्रमबद्धता, तुलना करना, और शून्य का परिचय करवाया गया है। जो की बच्चे को संख्याओं की पहचान करवाने में प्रभावशाली होगा।
एक से नौ तक संख्याएँ ( Numbers from One to Nine ) पाठ को सिखाने के लिए शिक्षक या अभिभावक की पर्याप्त तैयारी होनी चाहिए। इसके लिए जरूरी है कि विभिन्न वस्तुओं का collection आपके पास उपलब्ध हो। पुस्तक की विषय वस्तु को दैनिक जीवन से जोड़ना यही शिक्षक की
कला है। कक्षा – कक्ष में उपलब्ध वस्तुओं को पढ़ाते समय उपयोग करना बच्चे के लिए उत्साहवर्धक होता है। यह बच्चे को पुनः अवलोकन का एक नया नजरिया प्रदान करता है।